मणिपुर में काफी समय से हिंसा का माहौल चल रहा है। वहां पर पिछले 83 दिनों से हिंसा का दौर चल रहा है।काफी वीडियोस वहां से सामने आती रहती हैं जिसमें हम आगजनी, लूटपाट जैसी घटनाओं को देख सकते हैं।मणिपुर की यह हिंसा दो समुदाय के बीच चल रही है। मैतेई समुदाय और कुकी जनजाति।इस हिंसा के दौरान कई लोगों की जान भी गई और पूरे देश में मणिपुर की हिंसा को लेकर चर्चा और राजनीति हो रही है। मणिपुर के लोग भी अपने राज्य को और अपने लोगों को बचाने के लिए सरकार से मदद मांग रहे हैं। सरकार की तरफ से भी सैनिक बलों को मणिपुर में भेजा गया।अक्सर ऐसी हिंसा में सबसे ज्यादा समस्या महिलाओं और बच्चों को होती है। महिलाएं उत्पीड़न का शिकार होती हैं।
फिलहाल मणिपुर से एक काफी भयानक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया है। हर कोई इस वीडियो के प्रति अपना गुस्सा और अपना दुख जाता रहा है। इस वीडियो में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया जा रहा है और ऐसी भी खबर सामने आई है कि इन महिलाओं के साथ गैंगरेप किया गया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद पूरा देश आक्रोश में है।हर कोई इस वीडियो की निंदा कर रहा है साथ ही यह घटना बर्दाश्त के बाहर है।
इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने ने भी अपना दुख और क्रोध जताया। आज से संसद में मॉनसून सत्र शुरू होने वाला है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बातचीत की और इस बातचीत में उन्होंने मणिपुर हिंसा का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि “मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा है । जो घटना मणिपुर में हुई है वह किसी भी समाज के लिए शर्मनाक है और यह बेज्जती पूरे देश की हो रही है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वह माताओं, बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कदम कदम उठाए और राजनीतिक विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था और नारी के सम्मान पर ध्यान दें। मणिपुर की बेटियों के साथ जो भी हुआ उसे माफ नहीं किया जा सकता”
इस घटना की सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी निंदा की गई है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि “हम सरकार को कार्रवाई करने के लिए थोड़ा समय देंगे नहीं तो हम खुद इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे मीडिया में जो दिखाया गया है और जो दूसरे सामने आए हैं वह गोल संवैधानिक उल्लंघन को दर्शाते हैं”
पूरे देशवासियों के द्वारा इस वीडियो की निंदा की जा रही है। यह वीडियो काफी शर्मनाक है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए।